Dard Bhari Shayari
रास्ते वही होंगे और नज़ारे वही होंगे,
पर हमसफ़र अब हम तुम्हारे नहीं होंगे।
रात की गहराई आँखों में उतर आई,
कुछ ख्वाब थे और कुछ मेरी तन्हाई,
ये जो पलकों से बह रहे हैं हल्के हल्के,
कुछ तो मजबूरी थी कुछ तेरी बेवफाई l
मरने को मर भी जाऊँ कोई मसला नहीं,
लेकिन ये तय तो हो कि अभी जी रही हूँ मैं !
रास्ते वही होंगे और नज़ारे वही होंगे,
पर हमसफ़र अब हम तुम्हारे नहीं होंगे।
रिहाई दे दो हमें अपनी मोहब्बत की कफस से,
कि अब ये दर्द हमसे और सहा नहीं जाता।
वो जो तुमसे रुबरु करवाता है,
आजकल वो आइना भी हमसे रूठा है।
ख्वाब हमारे टूटे तो हालात कुछ ऐसी थी,
आँखे पल पल रोती थीं ,किस्मत हँसती रहती थी l
अधूरी मोहब्बत मिली तो नींदें भी रूठ गयी,
गुमनाम ज़िन्दगी थी तो कितने सुकून से सोया करते थे l
इश्क लिखना चाहा तो कलम भी टूट गयी
ये कहकर अगर लिखने से इश्क मिलता तो आज इश्क से जुदा होकर कोई टूटता नही l
Dard bhari shayari hindi lines
तू हजार बार रुठेगी फिर भी तुझे मना लूँगा …
तुझसे प्यार किया हे कोई गुनाह नही,
जो तुझसे दूर होकर खुद को सजा दूँगा l